Gulzar साहब को प्रोफेसर गोपीचंद ने क्यों बताया वर्सेटाइल जीनियस, पढ़िए उनकी बेहद खूबसूरत रचनाएं जिनका नहीं है कोई अंत - Reporter Babu

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Saturday, August 17, 2024

Gulzar साहब को प्रोफेसर गोपीचंद ने क्यों बताया वर्सेटाइल जीनियस, पढ़िए उनकी बेहद खूबसूरत रचनाएं जिनका नहीं है कोई अंत

भारतीय गीतकार और कवि गुलजार (Gulzaar) का जन्म 18 अगस्त 1936 को हुआ था। वह अपने माता पिता की इकलौती संतान थे। उन्हें साल 2004 में भारत के सर्वोच्च सम्मान पद्म भूषण (Padma Bhushan) से भी नवाजा जा चुका है। उन्होंने ‘मोरा गोरा अंग’ गाने के साथ हिंदी सिनेमा में एक गीतकार के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी।

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